बरसाना(ब्रज ब्रेकिंग न्यूज़)। ब्रज के प्रख्यात् नि:स्पृह संत पद्मश्री सम्मानित रमेश बाबा महाराज के संकल्प को साकार करने के उद्देश्य से श्री मान मन्दिर सेवा संस्थान, गह्वर वन, बरसाना में श्रीजी संगीत विद्यालय का शुभारंभ किया जा रहा है।
संस्थान के अध्यक्ष डॉ. रामजीलाल शास्त्री ने बताया कि विद्यालय का शुभारंभ पद्मश्री रमेश बाबा महाराज और प्रख्यात् शास्त्रीय नृत्यांगना एवं स्थानीय सांसद हेमामालिनी सहित मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण, उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद् के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्रा और जिलाधिकारी मथुरा द्वारा देश के सुप्रसिद्ध संगीतज्ञ गुरुजनों एवं विद्वानों की उपस्थिति में अपराह्न 2 बजे शंखाध्वनि, वैदिक मंत्रोच्चार सहित गौमाता एवं कन्या पूजन के साथ प्रारंभ होगा।
संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष राधाकांत शास्त्री ने बताया कि संस्थान में अध्ययनरत साध्वी बालिकाओं और बालकों को भारतीय शास्त्रीय संगीत में पारंगत करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। इस हेतु तैयारियों को अंतिम रूप देने में अनेक लोग जुटे हुए हैं।
बाबा महाराज के स्वप्न को साकार करने हेतु प्राणपण से जुटे प्रख्यात् संगीत – गुरु डॉ . राजेन्द्र कृष्ण अग्रवाल ने बताया कि उद्घाटन के समय देश के प्रसिद्ध शहनाई वादक पं. लोकेश आनंद, दिल्ली का शहनाई वादन आकर्षण का केंद्र होगा। उन्होंने बताया कि सायं 6 बजे से शास्त्रीय संगीत समारोह का प्रारंभ सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक नितिन शर्मा (दिल्ली) के भक्तिपूर्ण गायन से होगा। उनके साथ तबला पर सचिन शर्मा (दिल्ली) सरस्वती वीणा पर श्यामला सजनानी (मुंबई) और सारंगी पर शंभू सिसोदिया (दिल्ली) संगति कर उसमें चार चांद लगाएंगे। अगली प्रस्तुति में गायन, वादन और नृत्य की त्रिवेणी में दर्शकगण गोते लगाएंगे। इस प्रस्तुति में डॉ. हर्षा ठक्कर कानाबार (राजकोट) और उनकी शिष्या के कथक नृत्य के साथ छाया साखरे (मुंबई) गायन प्रस्तुत करेंगी जबकि छवि जोशी पखावज पर, शुभांकर शर्मा सितार पर और हर्ष पाठक बांसुरी पर होंगे।
संगीत विद्यालय की संयोजिका साध्वी श्रीजी शर्मा ने बताया कि श्री बाबा महाराज का सपना देश और दुनिया का एक अनोखा संगीत विश्वविद्यालय स्थापित करने का है जिसके प्रारंभिक चरण में यह विद्यालय निकट भविष्य में ही विश्वविद्यालय के सपने को साकार करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने बताया कि इस कार्य को मूर्त रूप देने में अमरीका प्रवासी नूतन भाई और संदीप भाई तथा मुंबई निवासी पीयूष भाई का बहुत सहयोग मिल रहा है।