नई दिल्ली। वरिष्ठ नेता भाजपा, यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एवं राष्ट्रवादी शिवसेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जय भगवान गोयल ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी कोई भी काम अधूरा नहीं करते हैं, केवल और केवल देशहित में ही फैसले लेते हैं और हमारे गृहमंत्री अमित शाह उन फेसलों को अक्षर एवं भाव से पूर्णतः क्रियांवित करते हैं। हम सबको गर्व है कि हमें ऐसे तेजस्वी प्रधानमंत्री व गृहमंत्री का नेतृत्व मिला हुआ है।
श्री गोयल ने बताया, जहां हुए बलिदान मुखर्जी, वह कश्मीर हमारा है – भारत के नागरिकों की पूरी एक पीढ़ी यह नारा लगाते हुए गुजरी है। और इस पीढ़ी से ठीक पहले लाखों लोगों ने पंजाब, सिंध, बलूचिस्तान, बंगाल और अराकान हमारा है – यह कहते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया था। श्री गोयल ने कहा कि आज अनुच्छेद 370 की समाप्ति पर सुप्रीम कोर्ट की मोहर लगने के बाद डॉक्टर मुखर्जी सहित इन लाखों बलिदानियों का बलिदान सफल हुआ है। इसकी सभी देश भक्त राष्ट्रवादियों को बधाई हो। हम एक बार उन सबको प्रणाम करते हैं।
श्री गोयल ने कहा कि अनुच्छेद 370 की तरह भारत का विभाजन भी एक अस्थाई व्यवस्था थी और इसी के साथ उस अस्थाई व्यवस्था को भी खत्म करने और दोबारा अखंड भारत को स्थापित करने का रास्ता खुल गया है।
श्री गोयल ने कहा कि यह कोई छिपी हुई बात नहीं है की अनुच्छेद 370 का प्रावधान सिर्फ मोहम्मद शेख अब्दुल्ला को खुश करने के लिए जवाहरलाल नेहरू ने करवाया था और इस प्रावधान का मुख्य उद्देश्य जम्मू, कश्मीर और लद्दाख से हिंदुओं का सफाया करना था। भारत के हिन्दू महाराजा हरि सिंह को अपमानित करना और प्रताड़ित करना था। जम्मू से डोगराओं का नरसंहार करना था। शेख अब्दुल्ला के बाद फारूक अब्दुल्ला के समय कश्मीरी ब्राह्मणों का नरसंहार शुरू हुआ तो उसे भी इसी अनुच्छेद 370 का संरक्षण मिला हुआ था। जिस तरह कश्मीर अब मुख्य धारा में लौटा है, हमें उम्मीद ही नहीं पूरा विश्वास है कि पंजाब, सिंध, बलूचिस्तान, नॉर्थ वेस्ट फ्रंटियर प्रोविंस, स्वात और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर सहित अराकान और बंगाल भी इसी तरह मुख्य धारा में लौटेंगे, इसी अखंड भारत का हिस्सा बनेंगे।