जन सांस्कृतिक मंच द्वारा लोकतंत्र विषय पर गोष्ठी सम्पन्न
मथुरा (ब्रज ब्रेकिंग न्यूज)। लोकतंत्र वोट से नहीं आता, लोकतंत्र के लिए घर से निकलना होता है। घर में बैठकर चिंता करने से लोकतंत्र मजबूत न हुआ है और न ही हो सकता, इसलिए जो व्यक्ति ये सोचते हैं कि हमें राजनीति से कुछ भी लेना-देना नहीं या वे जो हासिए पर बैठे देख रहे हैं, वो लोकतंत्र के निर्माण में अपनी सार्थक भूमिका नहीं निभा रहे। लोकतंत्र के निर्माण में हर व्यक्ति का योगदान होना चाहिए।
उक्त विचार गत दिवस एक स्थानीय होटल में जन सांस्कृतिक मंच द्वारा आयोजित परिचर्चा में देश के प्रसिद्ध आलोचक व कोलकाता यूनिवर्सिटी में हिंदी के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. जगदीश्वर चतुर्वेदी ने बतौर मुख्य वक्ता व्यक्त किए।
जगदीश्वर ने आगे कहा कि लोकतंत्र के केंद्र में व्यक्ति होना चाहिए, वोटर नहीं क्योंकि क्रांति की बुनियाद व्यक्ति रखता है, वोटर नहीं। लोकतंत्र स्वानुभूति है, जिसका आधार है अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, इसलिए हम सभी एक दूसरे की प्रशंसा करने की आदत डालें ताकि लोकतांत्रिक व्यवस्था कायम हो, जिसकी पहल हमें अपने घर, परिवार, संस्थाओं से करनी चाहिए।
परिचर्चा से पूर्व मंच के सचिव डॉ. धर्मराज सिंह ने आय, सदस्य तथा आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की। मंच के कार्यक्रमों का और विस्तार हो इस विषय मे मंच के सभी सदस्यों ने भी अपने सुझाव और प्रस्ताव रखे।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मौजूद लोगों में समाजसेवी दीपक गोयल, श्रीपाल शर्मा, उपेन्द्रनाथ चतुर्वेदी, सुनील आचार्य, लक्ष्मण दादा, मुरारीलाल अग्रवाल, रवि प्रकाश भारद्वाज, ब्रज ब्रेकिंग न्यूज के संपादक विवेक मथुरिया, डॉ. रूपा अग्रवाल, संजय भटनागर, राकेश भार्गव, मुनीश भार्गव, प्रीति अग्रवाल, शशि बंसल, आशा गोयल, साधना भार्गव, अनिता अग्रवाल, आमोद आचार्य आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में मंच के संस्थापक सदस्य डॉ. आरके चतुर्वेदी ने सभी का आभार व्यक्त किया ।