मथुरा (ब्रज ब्रेकिंग न्यूज़)। जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में कृषि तकनीकी प्रबंध अभिकरण योजना के अन्तर्गत गवर्निंग बोर्ड की समीक्षा बैठक की। संचालित योजनाओं की समीक्षा करते हुए उप कृषि निदेशक को निर्देशित किया कि सरकार द्वारा किसानों के हित में संचालित योजनाओं का लाभ पात्र किसानों को दिलाएं, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके।
जिले के प्रगतिशील किसानों को ऐसे अनुसंधान केंद्रों का भ्रमण कराया जाए जहां किसी उद्यानीकरण के साथ-साथ अन्य कार्यक्रम भी संचालित होते हैं, जिससे किसान अपनी फसल उत्पादन के साथ-साथ बागवानी, पशुपालन, मछली पालन, आदि का भी प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें। अधिकारियों को निर्देश दिये कि योजना के अंतर्गत प्राप्त लक्ष्य की प्राप्ति निर्धारित समय सीमा के अंदर पूर्ण करें।
जिलाधिकारी ने कृषि, उद्यान, मत्स्य पालन, पशुपालन व अन्य संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि किसानों की समस्या, समुचित संसाधनों की उपलब्धता, खाद्य सुरक्षा समूह का गठन, कृषक मेला व गोष्ठी, कृषक भ्रमण व प्रशिक्षण एवं वैज्ञानिकों का भ्रमण समय-समय पर आयोजित किए जाएं।
बैठक में उप कृषि निदेशक डॉ. राम कुमार माथुर ने सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्स्टेंशन (आत्मा) योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (समस्त घटक), प्रमोशन ऑफ एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन फॉर इन सीटू मैनेजमेंट ऑफ क्रॉप रेजीडेयू योजना तथा सब मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन योजना आदि के विषय में प्रस्तुतिकरण प्रस्तुत किया।
जिलाधिकारी ने प्रगतिशील किसानों से संवाद किया और सीजनल तथा अंसीजनल खेती के लिए प्रेरित किया और उनसे विभिन्न किस्म की एग्रीकल्चरल संबंधित फल, सब्जी, अनाज आदि के विषय में जानकारी ली। लोकल प्रोडेक्सन को बढ़ावा दिया जाए, जिससे ट्रांसपोर्ट की राशी बचाई जाए और किसान समृद्ध बन सके।
बैठक में उप कृषि निदेशक डॉ. राम कुमार माथुर, केवीके वैज्ञानिक डॉ. वाई पी शर्मा, जिला कृषि अधिकारी अश्विनी कुमार सिंह, जिला उद्यान अधिकारी मनोज चतुर्वेदी, भूमि जल संरक्षण अधिकारी सहित किसान भाई मौजूद रहे।