मथुरा। अभियोजन के कार्यों, शरद पूर्णिमा, अहोई अष्टमी, धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज आदि पर्वों तथा कानून व्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने कलेक्ट्रेट सभागार में सभी जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ली। बैठक में जिलाधिकारी ने पुलिस, उप जिलाधिकारी, नगर निकाय सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि त्योहारों को देखते हुए शांति एवं सद्भावना समितियों की बैठक जरूर करें। उन्हें जरूरी निर्देश दे दें ताकि वे जनता के बीच जाकर सामंजस्य स्थापित कर सकें।
जिलाधिकारी ने कहा कि त्योहारों पर शांति व्यवस्था से खिलवाड़ करने की अनुमति किसी को नहीं होनी चाहिए। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। साफ-सफाई की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए और इसमें कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शरद पूर्णिमा, अहोई अष्टमी, धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज आदि पर्वों को देखते हुए सारी व्यवस्थाएं कर ली जाएं। दुर्गा प्रतिमाओं को सड़क पर न रखा जाए, ताकि रास्तों पर जाम न लगे। प्रतिमाओं के विसर्जन की सभी तैयारियों को समय से पूरा करा लें। जुलूस के मार्गों की जांच करके ढीले बिजली के तारों, जर्जर खंभों को ठीक कर लिए जाए।
पेयजल आपूर्ति, विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करें, भैया दूज के दृष्टिगत यमुना के घाटों तथा गोवर्धन में मानसी गंगा की वैरिकेटिंग की जाए और गोताखोरों की पर्याप्त व्यवस्था करें। खोया पाया केंद्र बनाए जाएं। यातायात व्यवस्था को दुरुस्त बनाने की कार्य योजना बनाई जाए तथा महिलाओं के साथ चेन स्नेचिंग किसी भी स्थिति में न होने दी जाए, अपने कार्यों को जनता तक पहुंचाए अधिकारी, महिला शक्ति मिशन के अंतर्गत कार्यों में रुचि लें, महिला एवं बहनों की सुरक्षा करना।
महिला एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन तथा महिला अपराध एवं बाल अपराध के संबंध में जागरुकता पैदा करने के लिए प्रत्येक माह एक सप्ताह के विशिष्ट कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएं। इस अभियान के दौरान जिले में महिला एवं बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनने का प्रशिक्षण, सुरक्षा एवं सम्मान के प्रति जागरूकता प्रदान किया जाए। इस अभियान को जागरूकता आधारित रखें जबकि द्वितीय चरण में मिशन शक्ति के इन्फोर्समेंट (क्रियान्वयन) पर बल दिया जाए। इस विशेष अभियान में एक समिति बनाकर विभिन्न रोल मॉडल का चयन किया जाए। ऐसी महिला एवं बालिकाओं का चयन किया जाए जो विभिन्न क्षेत्रों में समाज के लिए एक प्रेरणा बने। महिला शक्ति मिशन के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम जनपद, तहसील तथा ब्लॉक लेबल पर आयोजित कराए जाएं। पराली प्रबंधन की रोकथाम के लिए इनफोर्समेन बढ़ाया जाए, किसी भी स्थिति में पराली को जलाने न दिया जाए तथा भूमाफियाओं को चिन्हित कर कार्यवाही के लिए अभियान चलाया जाए। भूमि विवादों को तहसील तथा थानों पर चिन्हित किए जाएं और पूरी गुणवत्ता के साथ जांच कर कार्यवाही अमल में लाई जाए। प्रत्येक गांव में लेखपाल भूमि विवाद के रजिस्टर बनाएं।
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने आईजीआरएस की शिकायतों के निस्तारण पर नाराजगी जाहिर की और हिदायत दी की गुणवक्त्ता में सुधार लाया जाए, जमीनी विवादों में संयुक्त जांच करें सभी सीओ तथा उप जिलाधिकारी। सभी शिकायतों का समय से निस्तारण करें एक दूसरे पर टालमटोल न किया जाए। त्यौहारों के दृष्टिगत दी जाने वाली सभी परमिशनों का भौतिक सत्यापन कराएं और मौके पर जाकर रूट सहित अन्य शर्तों को देखें। सभी थानों पर त्यौहारों का प्रोपर रजिस्टर बनाएं जाएं, सभी त्यौहारों को सकुशल संपन्न कराएं। चेन स्नेचिंग पर विशेष कार्यवाही की जाए। अपराधियों पर सख्त कार्यवाही की जाए। गुंडा एक्ट के तहत जिला बदर के लिए सभी थानों पर चिन्हिकरण किया जाए।
बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन विजय शंकर दूबे, अपर नगर आयुक्त क्रांति शेखर सिंह, पुलिस अधीक्षक नगर एमपी सिंह, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण त्रिगुण विशेन, पुलिस अधीक्षक यातायात देवेश कुमार शर्मा, एमवीडीए ओएसडी प्रसून्न द्विवेदी, नगर मजिस्ट्रेट उमेश चंद निगम, सहित सभी उप जिलाधिकारी तथा क्षेत्राधिकारी पुलिस सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।