इस ऐतिहासिक और धार्मिक जगह पर आकर मुझे बेहद खुशी हुई : नितिन गडकरी
माताजी गोशाला में रमेश भाई ओझा ने व्यास पीठ से सुनाई आठवें दिन की कथा
बरसाना(ब्रज ब्रेकिंग न्यूज)। ईश्वर की माया के तीन लक्षण होते हैं, विमुखजन मोहिनी, स्वजन मोहिनी और स्वमोहिनी। स्वमोहिनी वह है जो स्वयं भगवान को भी मोहित कर ले। समस्त अचराचर जगत को मोहित करने वाले मोहन को भी मोहने वाली ही श्रीराधा हैं। यह उद्गार प्रख्यात श्रीमद्भागवत कथा प्रवक्ता रमेश भाई ओझा ने माताजी गोशाला में व्यासपीठ से व्यक्त किए।
मंगलवार को बरसाना की माताजी गोशाला में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा एवं सीताराम विवाहोत्सव के आठवें दिन केंद्रीय परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कथा श्रवण की। कथा व्यास रमेश भाई ओझा ने श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं के प्रसंग सुनाए। बकासुर, धेनुकासुर, प्रलंभासुर आदि असुरों के संहार, गोचरण लीला, ब्रह्मा मोह लीला, कलिया नाग का उद्धार, गोवर्धन धारण, वेणु गीत, कात्यायनी व्रत, चीर हरण, रासलीला आदि का सरस वाचन कर श्रोताओं को धन्य कर दिया।
भाईजी ने कहा कि श्रीमद्भागवत रूपी सूर्य का उदय होने पर हमारे जीवन का समस्त अंधकार दूर हो जाता है। भागवत एक अध्यात्म दीप और एक ज्योति कलश के समान मानव का मार्गदर्शन करती है।
साधु के लक्षणों को बताते हुए भाईजी ने कहा कि साधु वह है जिसमें तितिक्षा है यानी वह जो सामर्थ्य होते हुए भी सहनशीलता रखते हैं। सहनशीलता का उदय करुणा से होता है। भगवान शिव को करुणावतार कहा गया है। दया और करुणा धर्म का मूल हैं। धर्म का संबंध करुणा से है। जिस धर्म में करुणा के स्थान पर कट्टरता हो वह धर्म के नाम पर उपद्रव मात्र है।
विवाह पंचमी के अवसर पर भाईजी ने कहा कि जब रामजी विवाह करके अयोध्या में आए तो सब ओर सुख, शांति और वैभव व्याप्त हो गया। यह भी सुखद संयोग है कि आज हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री ने अयोध्या में ध्वज वंदन संपन्न किया है। मुख्यमंत्री को योगी के समान होना चाहिए पर इससे अच्छा क्या होगा कि योगी ही मुख्यमंत्री हैं। भारत फिर से धीरे धीरे अपनी गरिमा को प्राप्त करता जा रहा है।
कथा श्रवण करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के कहा कि मुझे बहुत खुशी हुई कि इस ऐतिहासिक और धार्मिक जगह पर आकर भगवान का आशीर्वाद लेने का मुझे अवसर मिला। मैं इस भूमि को वंदन करता हूं। स्वामीजी के मुख से कथा सुनने का अवसर मिला, मैं चाहता हूं कि समाज और देश के लिए अच्छा करने का आशीर्वाद मुझे मिले।
इस अवसर पर नृसिंह बाबा, मान मंदिर सेवा संस्थान के अध्यक्ष रामजीलाल शास्त्री, कार्यकारी अधिकारी राधाकांत शास्त्री, सचिव सुनील सिंह ब्रजदास, माताजी गोशाला के संयोजक ब्रजशरण दास बाबा, बरसाना नगर पंचायत के चेयरमैन प्रतिनिधि पदम फौजी, पद्मेश गुप्ता, अनुराधा गुप्ता, अनुराग, चांदनी, कौस्तुभ, यश आदि उपस्थित रहे।