
बरसाना। द्वापर के बाद लुप्त हुए व्रजमंडल को कलिकाल में पुनः प्राकट्यकर्त्ता, व्रजयात्रा प्रवत्तक व्रजनाभ के बाद व्रज की शास्त्रोक्त भोगोलिक सीमा के निर्धारणकर्त्ता व्रज की वन संपदा के संरक्षक रासलीलानुकरण के आविष्कारक ब्रजोद्धारक पूज्यपाद व्रजाचार्य माध्व सम्प्रदायनुगामी श्रील् नारायण भट्ट द्वारा प्रकटिक, सेवित एवं आराघ्य स्वरूप श्री रेवतीरमण बलदाऊ का प्राकट्योत्सव 29 जुलाई को ऊंचागांव ब्रजाचार्य पीठ स्थित दाऊजी मंदिर में मनाया जाएगा।
प्राकट्योत्सव की जानकारी देते हुए पीठ के प्रवक्ता गोस्वामी घनश्याम भट्ट बताया कि सुबह 9 बजे ब्रज के रसिक संतो भक्तो द्वारा भजन प्रस्तुति, मध्यान्ह 12 बजे अभिषेकोत्सव, 1 बजे महा आरती और पालना दर्शन। उसके बाद साधु ब्राह्मण भोज भण्डारा एंव प्रसाद वितरण होगा।