
बलिदान दिवस पर वीर गोकुला को किया याद
बलदेव(ब्रज ब्रेकिंग न्यूज़)। बुधवार भारतीय किसान यूनियन चढूनी के कार्यकर्ताओं ने अमर शहीद वीर गोकुला का बलिदान दिवस सादगी से मनाया।
इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष रामवीर सिंह तोमर ने वीर गोकुला की तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा महाराजा सूरजमल, राजा जवाहर सिंह तथा गुरु गोविन्द सिंह ऐसे नाम हैं जिन्होंने मुगल सत्ता को खुलकर ललकारा था। वीर गोकुला के अदम्य साहस,वीरता,दृढ़ निश्चय व तिनके से तिनका जोड़कर तोपों की ताकत को चुनौती देने वाली हिम्मत से युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए। जब मुगलों ने किसानों से अधिक मालगुजारी वसूलने और मंदिरों को तोड़ने का फरमान जारी किया तो कोई भी विरोध करने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था, ऐसे में वीर गोकुला जाट ने किसानों को एकजुट किया और मालगुजारी न देने का निर्णय लिया। मुगल फौज और गोकुला जाट की किसान सेना के बीच संघर्ष शुरू हो गया। 10 मई, 1666 को औरंगजेब की सेना और गोकुला जाट के बीच युद्ध हुआ, जिसे तिलपत की लड़ाई के नाम से जाना जाता है। जिसमें गोकुला जाट सेना की जीत हुई।
औरंगजेब ने अनेक सेनापति भेजे, जाटों ने सबको हरा दिया। अंततः औरंगजेब को 1669 में दिल्ली से चलकर मथुरा आना पड़ा। दिसंबर 1669 में औरंगजेब और गोकुला जाट के बीच तीन दिन तक भीषण युद्ध हुआ। अंततः गोकुला जाट उनके साथियों और स्वजनों को बंदी बना लिया गया । औरंगजेब ऐसे बहादुर योद्धा को खोना नहीं चाहता था, उसने इस्लाम कबूल करने पर सभी को मुक्त करने और तिलपत को वैध अधिकार देने का प्रस्ताव रखा जिसे वीर गोकुला ने अस्वीकार कर दिया। वीर गोकुला को 7 दिन तक यातनाएं देकर 1जनवरी 1670 को आगरा के किले पर जनता को आतंकित करने के लिये टुकडे़-टुकड़े कर मारा गया। इस तरह वो शहीद हो गए।
इस अवसर पर हरिपाल सिंह, नरेंद्र उपाध्याय, हाकिम सिंह, रवीश, श्याम सिंह, ओमवीर सिंह, हीरा सिंह, मेहताब सिंह, मोहन सिंह आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित की।