श्रीकृष्ण जन्म भूमि को मुक्त कराने समेत सनातन की मजबूती को हुई 11 सदस्यीय समिति गठित
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समिति चलाएगी जाति तोड़ो, समाज जोड़ो अभियान
साधु संत, मठ मंदिर गाय गौरी की रक्षा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशेष अभियान चलाने का भी लिया निर्णय
मथुरा। वृंदावन के केशव धाम में बुधवार को हुई अंतरराष्ट्रीय धर्म संसद में भगवान श्री कृष्ण का भव्य मंदिर निर्माण करने का अहम फैसला लिया गया। इसके लिए एक 11 सदस्य समिति का गठन किया जाएगा। यह समिति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाति तोड़ो, समाज जोड़ो अभियान चलाएगी। जो हिंदुओं का धर्मांतरण करने वाली संस्थाओं को ने केवल मुंह तोड़ जवाब देगी, दुनिया भर के हिंदुओं को एक मंच पर लाने और साधु संत मठ मंदिर गाय की रक्षा करने के साथ साथ सनातन धर्म को मजबूत करने का भी कार्य करेगी।
श्री कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति न्यास के बैनर तले संत गोविंदानंद तीर्थ महाराज जी की अध्यक्षता में हुई अंतरराष्ट्रीय धर्म संसद में न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह एडवोकेट ने भगवान श्री कृष्ण की जन्म भूमि के एक हिस्से पर बनाई गई शाही ईदगाह मस्जिद को हटाने ईदगाह मस्जिद का पुरातत्व विभाग से सर्वेक्षण करने और वर्तमान में श्री कृष्ण जन्मभूमि विवाद को लेकर न्यायालय में चल रहे मुकदमे की ताजा स्थिति को रखा। उल्लेखनीय के महेंद्र प्रताप सिंह ही श्री कृष्ण जन्मभूमि केस के वादी भी हैं। उन्होंने बताया कि मस्जिद का जल्द सर्वे कराने की मांग को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट में एक याचिका भी दाखिल की गई है। मस्जिद में हिंदू मंदिर होने के कई निशान बताए। इसके साथ श्री कृष्ण जन्मभूमि के ऐतिहासिक घटनाक्रम पर आधारित फिल्म का टीजर और गाना भी साधु संतों के कर कमलों से लॉन्च किया गया। जिसमें मंदिर टूटने, मस्जिद बनने व हिंदुओं के सतत संघर्ष को दर्शाया गया।
कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्ण ने कहा, संभल में जैसे मस्जिद का सर्वे हो रहा है ठीक वैसे ही मथुरा की मस्जिद का भी सर्वे होना चाहिए। उन्होंने योगी सरकार से मांग रखी है कि अखिलेश यादव पर योगी सरकार संभल दंगा के लिए रिपोर्ट दर्ज करवाए। साथ ही आचार्य प्रमोद कृष्ण ने मथुरा मंदिर के लिए अगली धर्म संसद का आयोजन संभल करने की बात कही। धर्म संसद में आए हुए तमाम संतों ने सरकार से मांग रखी है कि एएसआई टीम के द्वारा इस मथुरा मस्जिद का भी सर्वे कराया जाए ताकि मस्जिद की सच्चाई देश दुनिया के सामने जल्द आ सके। बांग्लादेश व कनाडा में जिस तरह से हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं उस पर लगाम लगाने का मुद्दा भी अंतरराष्ट्रीय धर्म संसद में जोरदार ढंग से दुनिया भर से आए संतों ने उठाया। कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्ण, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, स्वामी उमेश योगी, मौली सरकार समेत कई संत उपस्थित रहे। कार्यक्रम के स्वागत अध्यक्ष स्वामी उमेश योगी थे जो स्पेन से आये थे।
अंतर्राष्ट्रीय धर्म संसद की जानकारी देते हुए श्री के जन्म भूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय धर्म संसद सफल रही और इसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए उन्होंने बताया कि पूरी दुनिया में हिंदू निवास करते हैं चाहे में किसी जाति के हो मगर उन सबको एक मंच पर लाने के लिए जाति तोड़ो समाज जोड़ो का अभियान पूरी दुनिया में चलाया जाएगा इसके लिए एक समिति का गठन किया गया है जल्दी इसकी घोषणा कर दी जाएगी। यही समिति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर श्री कृष्ण जन्मभूमि की मुक्ति और श्री कृष्ण भगवान के भव्य मंदिर के निर्माण का आंदोलन चलाएगी। न्यायालय में चल रहे मुकदमे पर भी नजर रखेगी। साधु संत मठ मंदिर गाय और सनातन की मजबूती की लिए भी अभियान चलाया जाएगा और हिंदुओं को गुमराह कर उनका धर्म परिवर्तन नहीं करने दिया जाएगा इसका भी निर्णय अंतर्राष्ट्रीय धर्म संसद में लिया गया है।