होली के रसियो से सराबोर हुआ सखी चम्पकलता का गांव
बरसाना (ब्रज ब्रेकिंग न्यूज़)। प्रसिद्ध भजन गायक मधुकर के फाग भजन और रसियों में सराबोर हुए रसिक भक्त। रविवार को ब्रज की अधिष्ठात्री श्रीराधे जी की अष्ट सखियों में पाक कला में निपुण सखी चम्पकलता के गाँव करहला स्थित मंदिर पर आयोजित प्रसिद्ध भजन गायक मधुकर ने अपने होली के रसियो की प्रस्तुति से संम्पूर्ण वातारण को रंग रंगीला कर दिया।
रंग बाँकों साँवरिया डार गयो री, डार गयो री, रंग डार गयो री…। की प्रस्तुति पर उपस्थित भक्त अपने को नाचने से रोक न सके। उसके बाद ‘मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक रंग डारो, ने फाग की रंगत को और गहरा कर दिया। नन्द गाँव का छोरा है, बरसाने की छोरी है, कान्हा काला काला है, राधे गोरी-गोरी है, वृन्दावन में होली है भई, वृन्दावन में होली है आदि रसियो की प्रस्तुति सुन उपस्थित श्रद्धालु अपनी सुधबुध खो बैठे।
चम्पकलता के मंदिर पर सुबह साढ़े दस बजे से होली के रसियो का शुभारंभ राधकृष्ण के जयकारों के साथ हुआ। उसके बाद साधु संतों को प्रसाद पवाया गया । कार्यक्रम का आयोजन श्री राधारानी रसोई परिवार की से किया गया। कार्यक्रम के बारे में बताते हुए श्रीराधा रानी रसोई परिवार के संस्थापक ओर संचालक हरीश चंद कोहली बताया कि समय-समय पर अष्ट सखियों के गांवों में स्थित मन्दिरयों पर धार्मिक आयोजन के अलावा जो सेवा बन पड़ती है की जाती है।
इस मौके पर विशेष रूप से उपस्थित लोगों में ब्रजाचार्य पीठ के प्रवक्ता गोस्वामी घनश्याम राज भट्ट, ललिता पीठाधीश्वर गोस्वामी कृष्णानंद भट्ट, हरीश चन्द्र कोहली, आरएस शर्मा, बनवारी लाल गर्ग, रोहित नारायण भट्ट आदि रहे।