बरसाना(ब्रज ब्रेकिंग न्यूज़)। बदलते समय के साथ साथ ब्रजमंडल में श्रद्धालुओं का आवागमन बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण बरसाना और वृंदावन जैसे तीर्थ स्थल रोजाना लगने वाले सड़क जाम की समस्या से जूझते नजर आते हैं। शनिवार-रविवार और दूसरी सरकारी छुट्टियों के दिन आलम यह हो जाता है कि श्रद्धालुओं की इतनी भीड़ उमड़ती है कि स्थानीय निवासियों के लिए अपनी सामान्य दैनिक दिनचर्या का निर्वहन करना बहुत कठिन हो जाता है।
अगर आज से चार-पांच साल पहले की बात करें तो यह रोड जाम की स्थिति इतनी विकट नहीं थी। उस समय तक श्रद्धालुओं की भीड़ रंगीली होली, राधाष्टमी, झूला तथा कुछ अन्य त्योहारों पर ही उमड़ती थी। लेकिन अब स्थिति एकदम उलट है जितनी भीड़ पहले रंगीली होली या राधाष्टमी के अवसर पर आ जाती थी उतनी भीड़ अब वीकेंड पर देखने को मिल जाती है। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या का उजला पहलू यह है कि पर्यटन के क्षेत्र में काम कर रहे स्थानीय लोगों के रोजगार में वृद्धि हो रही है। नगर में बड़ी संख्या में होटल, गेस्ट हाउस, रेस्टोरेंट खुल रहे हैं। लेकिन इस भीड़ का एक स्याह पहलू भी है और वह यह है कि इससे स्थानीय लोगों का जीवन भीड़भाड़ में फंस कर रह गया है। सबसे बड़ी समस्या कृषि या पशुपालन के रोजगार से जुड़े लोगों की है। इनके लिए खेतों पर जाना, खेतों से चारे के बोझे सिर पर या बैलगाड़ी में लेकर आना अब बहुत मुश्किल हो गया है। गाय भैंस को चराने के लिए लेकर जाना अब असंभव सा हो गया है। बच्चों के लिए समय से स्कूल पहुंचना आसान नहीं रहा है। नगर में दो इंटर कॉलेज हैं और दोनों ही ऐसी जगह पर हैं जहां पहुंचने के लिए जाम का सामना करना ही पड़ता है।
जाम की इस समस्या के मुख्य कारण क्या हैं और किस तरह इससे निजात पाई जा सकती है इस विषय पर हमने स्थानीय पत्रकारों से बात करके जानकारी हासिल की है। जानिए स्थानीय पत्रकार इस समस्या को लेकर क्या कहते हैं:
हिंदुस्तान अखबार के पत्रकार राकेश श्रोत्रिय कहते हैं कि ट्रैफिक पुलिस चालान करने और अवैध उगाही में लगी रहती है। नन्दगांव रोड पर पार्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए। पार्किंग में वाहन खड़े करने के बाद श्रद्धालु बाइक, पैदल, रिक्शा में मंदिर जाए।
दैनिक जागरण के पत्रकार किशन चौहान का कहना है कि ने पुलिस के पास कोई ट्रैफिक प्लान नहीं है। वहीं बरसाना देहात में सबसे ज्यादा अतिक्रमण हो रहा है। जिसके चलते आए दिन जाम की समस्या बनी रहती है।
अमर उजाला अखबार के पत्रकार राम पंडित का कहना है की कस्बे में आए दिन जाम की स्थिति बढ़ती जा रही है। इससे जनमानस को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कस्बे में पार्किंग स्थल का अभाव व संकरे रास्ते साथ ही पुलिस प्रशासन के पास यातायात प्लान के अभाव के चलते जाम की समस्या उत्पन हो रही है।
नियो न्यूज के पत्रकार राघव शर्मा का कहना है कि कस्बे में पीली कोठी तिराहे पर गोवर्धन ड्रेन का पुल संकरा है जिसके कारण नंदगांव की ओर से आने वाला ट्रैफिक एक साथ रुक जाता है, अगर यह पुल चौड़ा कर दिया जाए तो रोड जाम की स्थिति कम हो जाएगी। गोवर्धन ड्रेन की बाहरी पटरी पर भी चौड़ी सड़क बननी चाहिए जिससे गोवर्धन की ओर जाने वाला ट्रैफिक बाहर से ही सीधे गोवर्धन चला जाए।
अभी न्यूज/ परिधि समाचार की पत्रकार राजन सिंह का कहना है कि श्रीजी पर श्रद्धालुओं की आस्था दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। हरियाणा, दिल्ली, पंजाब और सभी जगह से श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं। इतना बड़ा तीर्थ स्थान होने के बाबजूद भी पार्किंग की कोई उचित व्यवस्था नहीं है। अगर वृंदावन की तरह बरसाना से बाहर एक मल्टीलेवल पार्किंग बन जाए तो जाम की स्थिति ना बने।
लोक भारती अखबार के पत्रकार विवेक अग्रवाल का कहना है कि बरसाना में जाम की समस्या का सबसे बड़ा कारण है कि ट्रैफिक के नियमों का पालन न होना है। राणा वाली प्याऊ से गोवर्धन रोड नाला तक डिवाइडर बनाया जाना बहुत आवश्यक है। सरकार द्वारा मल्टीलेवल पार्किंग की घोषणा पूर्व में हो चुकी है, जल्द ही काम शुरू हो जाना चाहिए।