कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश धनगर रहे दूसरे स्थान पर
बसपा के सुरेश सिंह तीसरे स्थान पर
मथुरा। पिछले दो बार से मथुरा लोकसभा सीट से सांसद रहीं हेमा मालिनी इस बार भी अपना चुनाव जीतने में सफल रहीं। सांसद हेमामालिनी ने लगातार तीसरी बार भारी मतों से जीत हासिल कर जीत की हैट्रिक बनाई। उन्होंने इण्डिया गठबंधन की ओर से कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर लड़ रहे संयुक्त उम्मीदवार मुकेश धनगर को 2 लाख 93 हजार 407 मतों से हराया।
जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार विजयी प्रत्याशी हेमामालिनी को कुल 5 लाख 10 हजार 64 मत मिले। जबकि दूसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के मुकेश धनगर को 2 लाख 16 हजार 657 तथा बसपा के सुरेश सिंह को 1 लाख 88 हजार 417 मत मिले। अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों में जगदीश प्रसाद कौशिक (3575), सुरेश बघेल (829), कमलकांत शर्मा (1503), क्षेत्रपाल सिंह (1211), प्रवेशानन्द पुरी (1085), भानुप्रताप सिंह (15665), मौनी फलाहारी बापू (1326), योगेश कुमार तालान (1493), रवि वर्मा (2724), डॉ. रश्मि यादव (1189), राकेश कुमार (4494) व शिखा शर्मा (2251) शामिल रहे, जिन सबकी जमानत जब्त हो गई।
मथुरा लोकसभा क्षेत्र में 4563 मतदाताओं ने नोटा के विकल्प का चयन किया। इसी के साथ 417 वोट निरस्त हुए, जबकि इस चुनाव में कुल 9 लाख 52 हजार 483 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था।
मथुरा लोकसभा का चुनाव द्वितीय चरण में 26 अप्रैल को सम्पन्न हुआ था। यहां कुल 15 उम्मीदवारों ने किस्मत आजमाई थी। मंगलवार को मतगणना के बाद नतीजे घोषित कर दिए गए। मतों की गणना राष्ट्रीय राजमार्ग के निकट स्थित कृषि उत्पादन मण्डी समिति परिसर में की गई। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा बड़े स्तर पर सुरक्षा प्रबंध किए गए थे। मण्डी समिति के आसपास के रास्तों पर भी आम लोगों का प्रवेश पूरी तरह से बंद कर दिया गया था।
मतों की गणना निर्धारित व्यवस्था के तहत शुरू हुई। सबसे पहले पोस्टल वोटों की गिनती हुई। इसमें भाजपा उम्मीदवार हेमामालिनी को 8 हजार 9 मत मिले, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार मुकेश धनगर को 4 हजार 555 और बसपा उम्मीदवार सुरेश सिंह को 4 हजार 428 मत मिले। हेमामालिनी ने मतों में 3354 मतों से बढ़त हासिल की।
ईवीएम से मतों की गिनती सुबह आठ बजे शुरू हुई। इसके पहले राउण्ड में भाजपा उम्मीदवार को 16 हजार 520, कांग्रेस उम्मीदवार मुकेश धनगर को 7 हजार 979 और बसपा उम्मीदवार सुरेश सिंह को 6 हजार 355 मत मिले।
इस तरह हेमामालिनी ने अपने निकटतम प्रतिद्वन्दी मुकेश धनगर से 8 हजार 541 मतों से बढ़त बनानी शुरु की, जो अंतिम राउण्ड तक बरकरार बनी रही। इसी प्रकार, कांग्रेस के मुकेश धनगर भी अपने निकटतम प्रतिद्वन्द्वी बसपा के सुरेश सिंह से अंत तक बढ़ाए रहे। उन्होंने किसी भी चक्र में उन्हें अपने पास तक फटकने नहीं दिया।
अंतिम चक्र के साथ ही हेमामालिनी को 2,93,407 मतों के अंतर से विजयी घोषित कर दिया गया। जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने उन्हें प्रमाण पत्र प्रदान कर विदा किया।
चूंकि हेमामालिनी पिछले (2019) चुनाव में कुल 2, लाख 93 हजार 471 मतों से विजयी रही थीं, इस बार उनकी जीत का अंतर 2 लाख 93 हजार 407 है। इस प्रकार वे अपने ही रिकॉर्ड के अनुसार 64 कम मतों से जीत पाई हैं।
उल्लेखनीय है कि हेमामालिनी इससे पूर्व 16वीं व 17वीं लोकसभा के लिए क्रमश: 3,30,773 व 2,93,471 मतों से विजयी रही हैं। इस प्रकार वे अब भाजपा के चौ. तेजवीर सिंह के बाद (1996, 1998 व 1999) में लगातार जीत हासिल कर जीत की हैट्रिक मारने वाली दूसरी सांसद बन गई हैं।