
राष्ट्रीय पोषण पखवाड़ा दिनांक आठ से 22 अप्रैल 2025 तक आयोजित होगा
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा घर घर जाकर किया जाएगा जागरूक
मथुरा(ब्रज ब्रेकिंग न्यूज)। जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह एवं मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना ने कलेक्ट्रेट परिसर से राष्ट्रीय पोषण पखवाड़ा 2025 रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। राष्ट्रीय पोषण पखवाड़ा दिनांक आठ से 22 अप्रैल 2025 तक आयोजित होगा। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा विशाल रैली निकाली गई जिसने पोषण के संबंध में जागरूक किया गया।
बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा राष्ट्रीय पोषण पखवाड़ा 2025 के अंतर्गत मोटे अनाज, पौष्टिक आहार, स्वास्थ्य, स्वच्छता आदि हेतु जन जागरूक किया जाएगा। राष्ट्रीय पोषण पखवाड़ा में जीवन के प्रथम 1000 दिवस गर्भावस्था से लेकर शिशु के जन्म के प्रथम दो वर्ष में विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किए जाने, लाभार्थी का लोकप्रियकरण, कुपोषण प्रबंधन के लिये सीएमएएम मॉड्यूल क्रियान्वयन, बच्चों में मोटापे की रोकथाम के लिये स्वस्थ्य जीवनशैली, पोषण एनीमिया, एनीमिया तथा पर्यावरण संरक्षण (मिशन लाईफ) पर जागरूक किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए की घर घर जाकर लोगो को मोटे अनाज के प्रति जागरूक करें, उन्हें मोटे अनाज के फायदे बताए और सेवन करने के लिए प्रोत्साहित करे। मोटा अनाज स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। मोटा अनाज कुपोषण की लड़ाई में एक अहम भूमिका निभाता है, हम सभी की थाली में मोटा अनाज जरूर होना चाहिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि आप सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्री स्कूल चलो अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान दे और कक्षा 1 के अधिकाधिक छात्र छात्राओं का नामांकन करवाना सुनिश्चित करे। आपका प्रयास बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करेगा।
जिला कार्यक्रम अधिकारी बुद्धि मिश्रा ने अवगत कराया है कि रैली में बड़ी संख्या में बाल विकास परियोजना शहर एवं मथुरा ग्रामीण की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा आशा मौजूद रहीं। इस दौरान बाल विकास परियोजना अधिकारी अशोक सिंह, सुपरवाइज़र वन्दना सक्सेना, निर्मल शर्मा, कमलेश कुमारी एवं आईसीडीएस विभाग के अन्य कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
पोषण पखवाड़ा के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्रतिदिन कुपोषण से संबंधित विविध प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसका मुख्य उद्देश्य आम जनमानस को बच्चों में व्याप्त कुपोषण जैसी महत्वपूर्ण समस्या के कारणों एवं दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना है। आईसीडीएस विभाग के साथ ही स्वास्थ्य विभाग , नगर पंचायत, नगर निगम, पंचायती राज विभाग, शिक्षा विभाग, आयुष विभाग, आपूर्ति विभाग, उद्यान विभाग आदि द्वारा भी जागरूकता कार्यक्रम ग्रामीण स्तर तक आयोजित किए जाएंगे। गतिविधियों के आयोजन के साथ प्रतिदिन उनकी फीडिंग भी पोषण अभियान के पोर्टल पर की जाएगी।